रोहतक, मानसून की गति को देखते हुए प्रशासन अलर्ट हो गया है, बाढ़ को रोकने के लिए अधिकारियों ने समीक्षा बैठक बुलाई और डीसी ने साफ कहा कि पानी निकासी के प्रबंध को लेकर कोई भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि संबंधित विभागों के अधिकारी मानसून सीजन के दृष्टिगत शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से जल निकासी के सभी प्रबंध तुरंत पूर्ण करना सुनिश्चित करें। बाढ नियंत्रण के लिए उपमंडल स्तर पर नियंत्रण कक्ष स्थापित किए जाए तथा सिंगल विंडो सिस्टम लागू किया जाए। इन केंद्रों पर सिंचाई, राजस्व व विकास एवं पंचायत विभाग के कर्मचारी नियुक्त किए जाए।
मंगलवार को डीसी धर्मेंद्र सिंह लघु सचिवालय स्थित सभागार में बाढ़ बचाव प्रबंधन बारे आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि वे जल निकासी के जारी सभी कार्यों को शीघ्र पूर्ण करवाए। उपायुक्त धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि सिंचाई विभाग द्वारा चिन्हित स्थाई स्थलों पर पंप सेट रखवाकर बिजली कनेक्शन सुनिश्चित किए जाए तथा किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए अस्थाई पंप सेट भी तैयार रखें जाए। उन्होंने सिंचाई विभाग एवं उत्तर हरियाणा बिजली वितरण निगम के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश देते हुए कहा कि वे एक साथ बैठकर आवश्यकता अनुसार स्थलों पर जल निकासी के लिए बिजली के कनेक्शन जारी करने की सभी प्रक्रिया पूरी करें। उन्होंने अधीक्षक अभियंता बिजेंद्र नरवाल को निर्देश दिए कि सिंचाई विभाग द्वारा अप्लाई किए गए सभी बिजली कनेक्शन तुरंत जारी किए जाए।
शहरी क्षेत्र में जल निकासी के सभी प्रबंध हो पूर्ण : डीसी
डीसी धर्मेंद्र सिंह ने शहरी क्षेत्र में जल निकासी के प्रबंधों की समीक्षा करते हुए नगर निगम तथा जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को मानसून सीजन के दृष्टिगत जल निकासी के सभी प्रबंध करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि स्थाई छोटू राम चौक, सुखपुरा चौक, हिसार रोड़ पुराना एचएसआईआईडीसी क्षेत्र व अन्य जल भराव के संभावित क्षेत्रों में पंप सेट इत्यादि तैयार रखें। उन्होंने अधिकारियों को सख्त निर्देश देते हुए कहा कि वर्षा शुरू होने के साथ ही डिस्पोजल को चालू किया जाए ताकि साथ-साथ पानी की निकासी होती रहे और ज्यादा पानी जमा न हो।
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