सावधान… बढ़ा हुआ कोलेस्ट्रॉल है खतरे की घंटी

News Saga Desk

कोलेस्ट्रॉल एक महत्वपूर्ण पदार्थ है जो हमारे शरीर के लिए आवश्यक होता है लेकिन जब इसका स्तर बढ़ जाता है तो यह स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण दिल की बीमारियों, स्ट्रोक और अन्य गंभीर समस्याओं का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम अपने कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियमित रूप से जांचें और किसी भी बदलाव के प्रति सतर्क रहें। अगर आप भी महसूस कर रहे हैं कि आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ रहा है, तो अब समय है सावधान होने का और सही कदम उठाने का। हम आपको बताएंगे कि बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के लक्षण क्या होते हैं और उनसे बचने के लिए क्या कदम उठाए जा सकते हैं।

कैसे जानें कि आपके शरीर में बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल

  • सीने में दर्द : अगर सीने में असहजता या दर्द महसूस हो, तो यह उच्च कोलेस्ट्रॉल का संकेत हो सकता है।
  • कमजोरी और थकान : अत्यधिक थकावट और कमजोरी कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने के संकेत हो सकते हैं।
  • सांस लेने में कठिनाई : उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण रक्त प्रवाह में रुकावट आ सकती है, जिससे सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
  • पैरों में सूजन : रक्त प्रवाह में रुकावट से पैरों में सूजन और दर्द हो सकता है।
  • त्वचा पर धब्बे या गांठें : उच्च कोलेस्ट्रॉल के कारण त्वचा पर सफेद या पीले धब्बे हो सकते हैं, जो आंखों के आसपास अधिक दिखाई देते हैं।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से होने वाली बीमारियां

  • हृदय रोग : उच्च कोलेस्ट्रॉल रक्त वाहिकाओं में अवरोध पैदा कर सकता है। जिससे हृदय तक रक्त का प्रवाह बाधित होता है। इससे दिल के दौरे का खतरा बढ़ सकता है।
  • स्ट्रोक : जब रक्त वाहिकाओं में कोलेस्ट्रॉल जमा हो जाता है, तो यह मस्तिष्क तक रक्त के प्रवाह को रोक सकता है। जिससे स्ट्रोक हो सकता है। स्ट्रोक में मस्तिष्क में रक्त का थक्का जमने या रक्त प्रवाह में रुकावट आने से तंत्रिका तंत्र पर असर पड़ता है।
  • हाई ब्लड प्रेशर : कोलेस्ट्रॉल के जमा होने से रक्त वाहिकाओं में सिकुड़न और अवरोध हो सकता है, जिससे रक्त का प्रवाह अधिक दबाव में होने लगता है। इसका परिणाम हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप हो सकता है। जो दिल और किडनी की समस्याओं का कारण बन सकता है।
  • किडनी की बीमारिया: उच्च कोलेस्ट्रॉल किडनी की रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकता है, जिससे किडनी की कार्यक्षमता में कमी हो सकती है और किडनी फेलियर का खतरा बढ़ सकता है।
  • डायबिटीज :उच्च कोलेस्ट्रॉल का स्तर शरीर की इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित कर सकता है। जिससे डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है। यह विशेष रूप से उन व्यक्तियों में अधिक सामान्य है जो पहले से मोटापे या अन्य जोखिम कारकों से प्रभावित होते हैं।

कोलेस्ट्रॉल बढ़ने से बचने के उपाय

  • स्वस्थ आहार : संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार लें। जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और स्वस्थ वसा शामिल हों।
  • शारीरिक गतिविधि : नियमित रूप से व्यायाम करें। यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में मदद करता है।
  • वजन नियंत्रण – अपने वजन को नियंत्रित रखें, क्योंकि अधिक वजन कोलेस्ट्रॉल स्तर को बढ़ा सकता है।
  • धूम्रपान और शराब से बचें – धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन कोलेस्ट्रॉल को बढ़ा सकता है, इसलिए इनसे बचें।
  • तनाव कम करें – तनाव को नियंत्रित करने के लिए ध्यान, योग और पर्याप्त नींद लें।
  • नियमित जांच – अपनी सेहत का ध्यान रखें और नियमित रूप से कोलेस्ट्रॉल स्तर की जांच करवाएं।

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