News Saga Desk
वॉशिगटन। डोनाल्ड ट्रंप ने शपथ ग्रहण के बाद पनामा नहर पर फिर से अमेरिकी नियंत्रण की घोषणा की है। ट्रंप का कहना है कि पनामा नहर के हस्तांतरण के संबंध में किए गए वादों को पूरा नहीं कर रहा है। हमने इसे नहर को पनामा को दिया था लेकिन ये अब चीन के प्रभाव में है। ट्रंप का कहना है कि अमेरिका ने ये नहर ‘बेवकूफी’ में पनामा को दी थी। ऐसे में हम इसे वापस लेने जा रहे हैं। ट्रंप पहले भी इस तरह का बयान दे चुके है और इसके लिए सैन्य बल के इस्तेमाल की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। ट्रंप के बयान की सेंट्रल अमेरिकी देश पनामा की सरकार ने कड़ी आलोचना की है।
अमेरिका ने 1900 के दशक की शुरुआत में इस नहर का निर्माण कराया था और 1914 में इसे खोल दिया गया था। इसके बाद कई दशकों तक अमेरिका का नहर पर नियंत्रण रहा और आसपास के क्षेत्र को भी उसने प्रशासित किया। साल 1977 में अमेरिका का नियंत्रण कम हुआ। साल 1977 में एक संधि के तहत इस नहर पर पनामा और अमेरिका का संयुक्त नियंत्रण हुआ। इसके बाद 1999 की संधि के तहत नहर पर पूरी तरह से पनामा का नियंत्रण हो गया। इस साल अमेरिका ने आधिकारिक तौर पर नहर को पनामा को सौंप दिया।
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