News Saga Desk
नई दिल्ली। सोते समय लगभग हर दिन ही हम सपना देखते हैं। आप चाहे रात में सो रहे हों या दिन में हमारे दिमाग में अक्सर कुछ ऐसी तस्वीरें नजर आती है, जो असलियत से काफी अलग होती है। कई बार तो सपने में हम कुछ ऐसा देखते हैं, तो असल में होना मुमकिन ही नहीं। वहीं, कई बार सपने में कुछ ऐसा भी आता है, तो हम अपनी असल जिंदगी में चाहते हैं।
सोते हुए सपने को सभी देखते होंगे, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आखिर ये सपने आते क्यों और कैसे हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जिसके मन में अक्सर यह सवाल उठता है, तो आप ऐसा सोचने वाले अकेले नहीं है। आइए जानते हैं इस सवाल का जवाब-
क्यों आते हैं सपने?
हम सपने क्यों देखते हैं और उनका क्या मतलब होता है, विशेषज्ञों के पास फिलहाल इसका कोई सटीक जवाब नहीं है। हालांकि, कुछ ऐसी थ्योरीज हैं, जो काफी हद तक इसे समझने में मदद कर सकती हैं। हम सपने क्यों देखते हैं? यह सदियों से एक सवाल है। इसे लेकर एक प्रचलित सिद्धांत यह है कि सपने देखने से आपको यादों को जोड़ने और उनका विश्लेषण करने में मदद मिलती है। साथ ही यह संभवतः दिन के समय होने वाले विभिन्न हालातों और चुनौतियों का एक “रिहर्सल” हो सकता है।
कैसे आते हैं सपने?
ज्यादातर सपने REM (रैपिड आई मूवमेंट) नींद के दौरान आते हैं, जिसे हम रात में समय-समय पर दोहराते हैं। नींद के एक अध्ययन से पता चलता है कि REM साइकिल के दौरान हमारी ब्रेनवेव्स लगभग उतनी ही एक्टिव होती हैं, जितनी जागते समय होती है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ब्रेनस्टेम REM नींद का कारण बनता है और फोरब्रेन की वजह से सपने आते हैं। ऐसे में अगर ब्रेनस्टेम घायल हो जाता है, तो व्यक्ति सपने देखता हैं, लेकिन REM नींद में नहीं जाता और अगर फोरब्रेन घायल हो जाता है, तो व्यक्ति REM नींद में चले जाता है, लेकिन सपने नहीं देख पाता। एक अध्ययन से पता चलता है कि सपने आपकी कल्पना (आपके दिमाग में मौजूद यादें, विचार और इच्छाएं) से ज्यादा उत्पन्न होते हैं, न कि धारणा से।
सपने इतने अजीब क्यों होते हैं?
इसका संबंध न्यूरोट्रांसमीटर या ब्रेन के केमिकल से हो सकता है। REM नींद के दौरान, कुछ ज्यादा साफ होते हैं, जबकि अन्य दबे हुए होते हैं। एसिटाइलकोलाइन (जो ब्रेन को एक्टिव बनाए रखता है) ज्यादा प्रमुख होता है, जैसा कि डोपामाइन। डोपामाइन सपनों को उनकी असली गुणवत्ता देने में मदद कर सकता है। इस बीच, REM नींद उन न्यूरोट्रांसमीटर को दबा देती है, जो आमतौर पर हमें जगाए रखते हैं, जैसे हिस्टामाइन, सेरोटोनिन और नॉरपेनेफ्रिन।
क्या हम हर रात सपने देखते हैं?
ज्यादातर लोग हर रात सपने देखते हैं। हालांकि, जब तक आप उनके दौरान या उसके तुरंत बाद नहीं जागते, आपको अपने सपने याद नहीं रहते। ऐसे में जागते ही सपने को लिख लेना मददगार हो सकता है।
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