News Saga Desk
तेल अवीव। इजराइल ने स्वीडिश पर्यावरण कार्यकर्ता और नोबेल पीस प्राइज विजेता ग्रेटा थनबर्ग और उनके जहाज को कब्जे में ले लिया है। सोमवार तड़के इजराइल की 5 स्पीड बोट्स ने जहाज को घेर लिया। इसके बाद सैनिकों ने जहाज पर चढ़कर उसे अपने कंट्रोल में ले लिया। यह जहाज गाजा के लोगों के लिए राहत सामग्री लेकर जा रहा था। मैडलीन नाम के इस जहाज पर 12 लोग सवार हैं। सभी सेना की हिरासत में हैं। अब इस जहाज को गाजा की जगह इजराइल ले जाया जा रहा है।
BBC के मुताबिक इन सभी कार्यकर्ताओं को अशदोद पोर्ट ले जाया जा रहा है। यह इजराइल के पश्चिम में एक अहम पोर्ट है। गाजा से इसकी दूरी 27 किमी है। इजराइल पहुंचने के बाद ग्रेटा थनबर्ग और बाकी लोगों को हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले का वीडियो दिखाया जाएगा। रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने सेना को यह आदेश दिया है।

इजराइली सैनिकों के पहुंचने के बाद जहाज पर सवार सभी कार्यकर्ताओं ने इमरजेंसी से निपटने के लिए लाइफ जैकेट पहन लिए थे।
ग्रेटा थनबर्ग को दिखाया जाएगा 43 मिनट का वीडियो
काट्ज ने यह आदेश देते हुए खासतौर पर थनबर्ग का नाम लिया। उन्होंने कहा कि ग्रेटा और उनके हमास समर्थक साथियों को देखना चाहिए कि हमास असल में क्या है और उन्होंने कैसे इजराइल की महिलाओं, बच्चों और बुजुर्गों को मारा।
43 मिनट के इस वीडियो में दिखाया गया है कि हमले के दौरान किस तरह निर्दोष लोगों की हत्या की गई और उनके शवों के साथ क्या क्रूरता हुई। वीडियो की फुटेज आतंकवादियों के बॉडीकैम से ली गई है और इसमें किसी भी फुटेज को सेंसर नहीं किया गया है। हमास के इस हमले में 1200 से ज्यादा इजराइली लोगों की मौत हुई थी। इजराइल, इससे भी कुछ पत्रकारों और बड़ी हस्तियों को यह वीडियो दिखा चुका है।
नाव पर कब्जे के बाद इजराइल बोला- शो खत्म हुआ
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने एक वीडियो जारी किया है जिसमें ग्रेटा थनबर्ग और उनके साथियों को इजराइली नौसेना इजराइल ले जा रही है। विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर तंज कसते हुए लिखा- ‘सेल्फी यॉट’ के सभी यात्री ठीक और सुरक्षित हैं। उन्हें सैंडविच और पानी मुहैया कराया गया है। शो अब खत्म हो चुका है। एक और पोस्ट में मंत्रालय ने कहा कि इन कार्यकर्ताओं को इजराइल ले जाने के बाद उनके देश भेज दिया जाएगा।
ग्रेटा ने रिहाई के लिए परिवार और स्वीडिश सरकार से मदद मांगी
इससे पहले ग्रेटा और उनके साथियों ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया था कि इजराइली सैनिकों ने उन्हें और उनके साथियों को इंटरनेशनल वाटर्स में अगवा कर लिया है। ग्रेटा अपने साथ गाजा के लोगों के लिए दवा, अनाज, बच्चों के लिए दूध, डाइपर और वाटर प्यूरीफायर ले जा रही थीं।
ग्रेटा थनबर्ग की गाजा यात्रा से जुड़ीं 4 फोटो…

तस्वीर जहाज पर मौजूद कार्यकर्ताओं की है।

ग्रेटा थनबर्ग ने 3 जून को यह तस्वीर इंस्टाग्राम पर शेयर की।

सिसली में 1 जून को मैडलीन जहाज को विदाई देते हुए लोग।

मैडलीन जहाज का नाम गाजा की पहली और इकलौती मछुआरिन के नाम पर रखा गया है।
गाजा जा रहा मैडलीन मिशन क्या है?
इजराइल ने 2 मार्च से गाजा में राहत सामग्री की एंट्री पर पूरी तरह रोक लगा रखी है, जिससे वहां 23 लाख लोगों में से 93% भुखमरी का सामना कर रहे हैं। दर्जनों बच्चे भूख से मर चुके हैं। मैडलीन जहाज का मकसद इन लोगों तक मदद पहुंचाना था। यह यात्रा ‘फ्रीडम फ्लोटिला’ (FFC ) नाम के एक संगठन ने शुरू की थी, जो पहले भी गाजा को मदद पहुंचाने की कोशिश कर चुका है। ग्रेटा और उनका दल इजराइल की उस घेराबंदी का विरोध कर रहे हैं जो गाजा पर कई सालों से चल रही है।
FFC ने इसे एक शांतिपूर्ण नागरिक प्रतिरोध बताया था। उनके मुताबिक, जहाज पर सवार सभी कार्यकर्ता और चालक दल के सदस्य अहिंसा के सिद्धांत में प्रशिक्षित हैं और यह मिशन पूरी तरह से शांतिपूर्ण है।
No Comment! Be the first one.