News Saga Desk
रांची। BJP सांसद निशिकांत दुबे ने भारत में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को लेकर विवादास्पद बयान दिया है। दुबे ने कहा कि जो पाकिस्तानी नागरिक वीजा पर भारत में रह रहे हैं, खासकर वे जो विवाह के जरिए यहां बसने की कोशिश कर रहे हैं, उनके मामलों की गहन जांच होनी चाहिए। उन्होंने साफ कहा कि वीजा प्रणाली में पारदर्शिता बेहद जरूरी है और इस दिशा में केंद्र सरकार को और सख्ती बरतनी चाहिए।
शादी की आड़ में भारत में बसने की कोशिश
सांसद निशिकांत दुबे मीडिया को दिए बयान में कहा- जब सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की, तब दो प्रकार के वीजा सामने आए। वह अलार्मिंग है। उनकी गहन जांच की आवश्यकता है। एक सामान्य और दूसरा विशेष श्रेणी का वीजा। खास बात यह रही कि इस विशेष श्रेणी वाले वीजा के तहत कई पाकिस्तानी लड़कियां यहां ब्याही गई हैं। वो भारत की नागरिक बन नहीं सकती हैं। वर्षों-वर्षों से यहां रह रही हैं। पाकिस्तान के लड़के भी यहां ब्याहे गए हैं।
इन शादियों के पीछे की मंशा की जांच जरूरी
उन्होंने सवाल उठाया कि इन शादियों के पीछे कोई छिपा हुआ एजेंडा है। इसकी गहन जांच जरूरी है। निशिकांत दुबे ने कहा कि क्या अब भारत और पाकिस्तान में अपने ही समाज में रिश्ते नहीं मिलते, जो इस तरह की शादियां हो रही हैं। उन्होंने 1947 के भारत-पाकिस्तान विभाजन की चर्चा की और “शत्रु संपत्ति अधिनियम” का जिक्र करते हुए कहा कि उस वक्त जो लोग पाकिस्तान चले गए थे, उनकी संपत्तियां भारत सरकार द्वारा जब्त कर ली गई थीं। ऐसे में अगर आज भारत की बेटियों की शादी पाकिस्तान में कर दी जाए या पाकिस्तानी बेटियों को भारत में लाकर बसाया जाए, तो यह देशभक्ति पर सवाल खड़े करता है। ऐसा नहीं लगता कि ऐसा जानबूझ कर किया गया है। ऐसे में पहले इनसे भी निपटने की आवश्यकता है।
सरकार ने शुरू की कार्रवाई, जांच जारी
बता दें कि हाल ही में भारत सरकार ने कुछ पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की है। इस कार्रवाई के बीच निशिकांत दुबे का यह बयान सामने आया है, जिससे राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है। सरकार ने भी साफ किया है कि ऐसे सभी मामलों में पूरी सतर्कता बरती जा रही है और हर वीजा आवेदन की गहराई से जांच की जा रही है।
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