News Saga Desk
इंडियन एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला एक्सिओम मिशन 4 के तहत कल 10 जून को इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) जाएंगे। इससे पहले रविवार को शुभांशु ने फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल की। इसमें असेंबली बिल्डिंग से रॉकेट तक जाने और उसमें बैठने के प्रोसेस को फॉलो किया।
इस दौरान शुभांशु ने कहा- यह एक बेहतरीन यात्रा रही है। ये पल बताते हैं कि आप किसी ऐसी चीज का हिस्सा बनने जा रहे हैं जो आपके खुद से बहुत बड़ी है। मैं बस इतना कह सकता हूं कि मैं बहुत सौभाग्यशाली हूं कि मुझे मिशन का हिस्सा बनने का अवसर मिला।
एक्सिओम मिशन 4 ((Ax-4) में चार देशों के चार एस्ट्रोनॉट 14 दिन के लिए स्पेस स्टेशन जाने वाले हैं। यह मिशन 10 जून 2025 को शाम 5:54 बजे लॉन्च होगा। शुभांशु ISS पर जाने वाले पहले और स्पेस में जाने वाले दूसरे भारतीय होंगे। इससे पहले राकेश शर्मा ने 1984 में सोवियत यूनियन के स्पेसक्राफ्ट से अंतरिक्ष यात्रा की थी।
फुल ड्रेस फाइनल रिहर्सल की 2 तस्वीरें…

शुभांशु के साथ तीन और एस्ट्रोनॉट जाएंगे
एक्सिओम 4 मिशन के चालक दल में भारत, पोलैंड और हंगरी के मेंबर शामिल हैं। स्लावोज़ उज़्नान्स्की 1978 के बाद स्पेस में जाने वाले पोलैंड के दूसरे एस्ट्रोनॉट होंगे। टिबोर कापू 1980 के बाद स्पेस में जाने वाले हंगरी के दूसरे एस्ट्रोनॉट होंगे। अमेरिकी की पैगी व्हिटसन का यह दूसरा कॉमर्शियल ह्यूमन स्पेस फ्लाइट मिशन है।

मिशन में जा रहे चार एस्ट्रोनॉट ने नासा में 8 महीने की ट्रेनिंग पूरी की। 12 अप्रैल को क्रू ने केक काटकर जश्न मनाया।
शुभांशु शुक्ला: NDA क्लियर करके IAF पायलट बने
शुभांशु शुक्ला मूल रूप से उत्तर प्रदेश के लखनऊ के रहने वाले हैं। इनकी की शुरुआती पढ़ाई-लिखाई अलीगंज, लखनऊ के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से पूरी हुई। 12वीं के बाद उन्होंने नेशनल डिफेंस एकेडमी (NDA) का एंट्रेंस एग्जाम क्लियर किया और यहीं से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।
NDA भारत में सशस्त्र बलों (थल सेना, नौसेना और वायुसेना) के लिए ऑफिसर कैडेट्स को प्रशिक्षण देने वाली एक प्रमुख संस्था है। ये ट्रेनिंग के साथ-साथ एकेडमिक डिग्री भी देती है, जो जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली से एफिलिएटेड होती है।
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