News Saga Desk
पश्चिमी सिंहभूम। पश्चिमी सिंहभूम जिले के टोन्टो थाना क्षेत्र अंतर्गत हुसिपी गांव के जंगल-पहाड़ी इलाके में सुरक्षा बलों को नक्सलियों के खिलाफ अभियान में बड़ी सफलता मिली है। चाईबासा पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के संयुक्त सर्च ऑपरेशन के दौरान नक्सलियों द्वारा छिपाए गए लगभग 18,000 डेटोनेटर बरामद किए गए। सुरक्षा कारणों से इन सभी डेटोनेटरों को बम निरोधक दस्ते ने मौके पर ही नष्ट कर दिया। पुलिस अधीक्षक कार्यालय, चाईबासा को गुप्त सूचना मिली थी कि प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) ने टोन्टो थाना क्षेत्र के हुसिपी गांव के आसपास के जंगलों में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री छिपा रखी है। बताया गया कि नक्सली इन डेटोनेटरों का इस्तेमाल सुरक्षा बलों पर हमले और विध्वंसक गतिविधियों के लिए करने की योजना बना रहे थे।
इस सूचना के आधार पर चाईबासा पुलिस, सीआरपीएफ की 60वीं बटालियन, कोबरा और झारखंड जगुआर की संयुक्त टीम ने क्षेत्र में व्यापक सर्च ऑपरेशन चलाया। अभियान के दौरान जंगल-पहाड़ी इलाके में नक्सलियों के छिपाए गए लगभग 18,000 डेटोनेटर बरामद किए गए, जिन्हें मौके पर ही नष्ट कर दिया गया। पुलिस ने इस कार्रवाई को नक्सलियों के खिलाफ एक बड़ी कामयाबी बताया है। अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान नक्सलियों की विध्वंसक योजनाओं पर करारा प्रहार है और इससे उनकी गतिविधियों को बड़ा झटका लगा है।
पुलिस अधीक्षक कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भाकपा (माओवादी) के शीर्ष नक्सली नेता जैसे मिसिर बेसरा, अनमोल, मोछु, अनल, असीम मंडल, अजय महतो, सागेन अंगरिया, अश्विन, पिंटु लोहरा, चंदन लोहरा, अमित हांसदा उर्फ अपटन, जयकांत, रापा मुंडा सहित कई अन्य माओवादी फिलहाल सारंडा और कोल्हान क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन क्षेत्रों में नक्सल विरोधी अभियान को और अधिक तेज करने की रणनीति पर कार्य किया जा रहा है। पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा और झारखंड जगुआर की टीमें लगातार संयुक्त अभियान चला रही हैं ताकि नक्सलियों के ठिकानों, संसाधनों और नेटवर्क को पूरी तरह ध्वस्त किया जा सके।
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