विश्व पटल पर छाई महाकुम्भ की वेबसाइट, 183 देशों के लोग ले रहें जानकारी
News Saga Desk सीएम योगी के डिजिटल महाकुम्भ के संकल्प को साकार कर रही महाकुम्भ की वेबसाइट-महाकुम्भ के करीब आते ही प्रतिदिन लाखों यूजर्स वेबसाइट पर कर रहे विजिट प्रयागराज :- मानवता की अमूर्त विरासत के रूप में प्रसिद्ध सनातन संस्कृति के सबसे बड़े मानव समागम महाकुम्भ को लेकर सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया के लोगों में जिज्ञासा है। अपनी जिज्ञासा शांत करने के लिए लोग इंटरनेट पर विभिन्न वेबसाइट्स और पोर्टल के जरिए महाकुम्भ के बारे में जानकारी हासिल कर रहे हैं। इस जिज्ञासा का सबसे बड़ा समाधान उन्हें महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट ‘‘https://kumbh.gov.in’’पर आकर मिल रहा है। वेबसाइट के आंकड़ों के अनुसार 4 जनवरी तक 183 देशों के 33 लाख से ज्यादा लोगों ने वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के विषय में जानकारी हासिल की है। इन देशों में यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका समेत सभी महाद्वीपाें के लोग शामिल हैं। प्रतिदिन लाखों यूजर्स आ रहे वेबसाइट पर महाकुम्भ की वेबसाइट को हैंडल कर रही टेक्निकल टीम के प्रतिनिधि के अनुसार 4 जनवरी तक के डाटा के अनुसार अब तक 33 लाख 5 हजार 667 यूजर्स वेबसाइट पर आ चुके हैं। ये सभी यूजर्स भारत समेत पूरी दुनिया के 183 देशों से हैं। इन 183 देशों में से भी 6206 शहरों से वेबसाइट पर लोग आए हैं और उन्होंने यहां काफी समय भी बिताया है। वेबसाइट पर आने वाले टॉप-5 देशों की बात करें तो पहला नंबर निश्चित रूप से भारत का है, जबकि अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और जर्मनी से भी लाखों लोग प्रतिदिन वेबसाइट पर आकर महाकुम्भ के बारे में जानकारियां जुटा रहे हैं। टेक्निकल टीम के अनुसार वेबसाइट के शुभारंभ के बाद से बड़ी संख्या में लोग वेबसाइट पर आ रहे हैं। हालांकि, जैसे-जैसे महाकुम्भ करीब आ रहा है वैसे-वैसे यूजर्स की संख्या लाखों में पहुंचती जा रही है। 6 अक्टूबर को सीएम योगी ने किया था वेबसाइट का शुभारम्भ उत्तर प्रदेश की योगी सरकार इस महाकुम्भ को डिजिटल महाकुम्भ के रूप में प्रस्तुत कर रही है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई डिजिटल प्लेटफॉर्म्स बनाए गए हैं। इसी में एक महाकुम्भ की आधिकारिक वेबसाइट भी है, जिसका शुभारंभ 6 अक्टूबर 2024 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां प्रयागराज में किया था। इस वेबसाइट पर श्रद्धालुओं के लिए महाकुम्भ से सम्बंधित सभी जानकारियां उपलब्ध कराई गई हैं। इसमें कुम्भ से जुड़ी परंपराओं, कुम्भ की महत्ता, आध्यात्मिक गुरुओं के साथ-साथ कुम्भ पर किए गए अध्ययन की विस्तृत जानकारियां दी गई हैं। यही नहीं, महाकुम्भ के दौरान प्रमुख आकर्षण, प्रमुख स्नान पर्व, क्या करें-क्या नहीं और कलाकृतियों को विस्तार से बताया गया है। इसके अतिरिक्त ट्रैवल और स्टे, गैलरी, क्या नया हो रहा है समेत समूचे प्रयागराज के विषय में बताया गया है।
बीजापुर में नक्सलियों ने सुरक्षाबलों का वाहन ब्लास्ट में उड़ाया
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में नक्सलियों ने जवानों को लेकर जा रहे वाहन को ब्लास्ट कर उड़ा दिया। इस हमले में दंतेवाड़ा DRG के 8 जवान शहीद हो गए।
कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनने पर महिलाओं को हर माह ढाई हजार रुपये देने का ऐलान किया
नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने दिल्ली में महिला सशक्तिकरण के लिए “प्यारी दीदी योजना” लाॅन्च की।कांग्रेस ने दिल्ली में सरकार बनने पर कर्नाटक की तर्ज पर स्थानीय महिलाओं को “प्यारी दीदी योजना” के तहत ढाई हजार रुपये हर महीने देने का ऐलान किया है।
सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन-फ्लिपकार्ट के खिलाफ सीसीआई जांच से संबंधित सभी मामलों को कर्नाटक हाई कोर्ट ट्रांसफर किया
नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट ने अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ भारतीय प्रतिस्पर्द्धा आयोग (सीसीआई) की जांच से संबंधित विभिन्न हाई कोर्ट में चल रहे मामलों को कर्नाटक हाई कोर्ट में ट्रांसफर करने का आदेश दिया है। साेमवार काे जस्टिस एएस ओका की अध्यक्षता वाली बेंच ने सीसीआई की याचिका पर ये आदेश जारी किया है।
आतिशी का दावा, चुनाव में हेराफेरी की कोशिश कर रही भाजपा
70 सदस्यों वाली दिल्ली विधानसभा के चुनाव फरवरी में होने की संभावना है, इससे पहले चुनाव आयोग ने सोमवार को दिल्ली की फाइनल वोटर लिस्ट जारी कर दी है। इसके मुताबिक राजधानी में 1.55 करोड़ मतदाता वोट दे सकेंगे। आयोग की लिस्ट सामने आने के बाद CM आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेस की।
नमो भारत कॉरिडोर का पीएम मोदी ने किया उद्घाटन
News Saga Desk नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने न्यू अशोक नगर में 13 किमी. लंबे नमो भारत ट्रेन के साहिबाबाद-न्यू अशोक नगर सेक्शन का उद्घाटन किया। इससे पहले उन्होंने नमो भारत कॉरिडोर के साहिबाबाद स्टेशन पर अधिकारियों से बात कर इसके बार में जानकारी ली। साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर आरआरटीएस स्टेशन तक नमो भारत ट्रेन में यात्रा की। यात्रा के दौरान उन्होंने स्कूली बच्चों और अन्य लोगों से बातचीत की। इसके अलावा पीएम ने 12,200 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई अन्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। पीएम ने दिल्ली मेट्रो फेज-4 के जनकपुरी पश्चिम-कृष्णा पार्क के बीच करीब 1,200 करोड़ रुपये की लागत वाले दो किमी लंबे हिस्से का उद्घाटन किया। इससे पश्चिमी दिल्ली के कृष्णा पार्क, विकासपुरी और जनकपुरी के लोगों को फायदा मिलेगा। इसके अलावा करीब 26 किलोमीटर लंबे रिठाला-कुंडली खंड की आधारशिला भी रखी। यह कॉरिडोर रिठाला को हरियाणा के नाथूपुर (कुंडली) से जोड़ेगा। वहीं, रोहिणी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) के नए अत्याधुनिक भवन की आधारशिला भी रखेंगे। इसका निर्माण करीब 185 करोड़ रुपये की लागत से होगा। वहीं, पीएम ने नई दिल्ली के रोहिणी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान (सीएआरआई) के लिए नए अत्याधुनिक भवन की आधारशिला भी रखी, जिसका निर्माण लगभग 185 करोड़ रुपये की लागत से किया जाएगा। आरआरटीएस को दिल्ली के चारों और के शहरों से जोड़ा जाएगा। इससे न केवल लोगों के समय की बचत होगी बल्कि दिल्ली-एनसीआर में वायु प्रदूषण में भी राहत मिलेगी। एनसीआर से दिल्ली में रोजाना आवाजाही करने वाले लोगों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं होगा। मौजूदा समय में आरआरटीएस के फेज-1 में तीन कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। जिसमें से दिल्ली-मरेठ कॉरिडोर का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। शेष दो अन्य दिल्ली-अलवर और दिल्ली पानीपत कॉरिडोर पर भी जल्द काम शुरू होगा। वहीं फेज-दो में पांच कॉरिडोर प्रस्तावित हैं। इस तरह से आरआरटीएस के आठ कॉरिडोर के तैयार हो जाने से दिल्ली-एनसीआर में मास ट्रांजिट सिस्टम दुनिया के अन्य शहरों से भी बड़ा हो जाएगा। दिल्ली के चारों ओर 100 किलोमीटर के दायरे में आने वाले सभी प्रमुख शहर आरआरटीएस से जुड़ेंगे। 291 किमी की लंबाई के होंगे तीन कॉरिडोर दिल्ली-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर 82.15 किलोमीटर लंबा है। दिल्ली के हिस्से में 14 किलोमीटर तो यूपी के हिस्से में करीब 68 किलोमीटर है। फेज-1 में प्रस्तावित दो अन्य कॉरिडोर दिल्ली से पानीपत कॉरिडोर की लंबाई 103.02 किमी जबकि वहीं, राजस्थान के अलवर और सराय काले खां के बीच के कॉरिडोर की लंबाई 106 किमी है। दिल्ली से पानीपत और अलवर के कॉरिडोर के निर्माण हो जाने के बाद दिल्ली-एनसीआर में आरआरटीएस की सभी कॉरिडोर की कुल लंबाई 291 किमी से अधिक होगी। बताया जा रहा है कि इन दोनों कॉरिडोर की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट भी तैयार की जा चुकी है। केंद्र सरकार की हरी झंडी के बाद इस पर काम शुरू किया जाएगा। दिल्ली मेट्रो की कई लाइनों से होगी कनेक्टिविटी मौजूदा समय में दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर आनंद विहार, न्यू अशोक नगर और सराय काले खां मेट्रो स्टेशन से जुड़ा हुआ है। आरआरटीएस के दो अन्य कॉरिडोर भी दिल्ली मेट्रो से जुड़ेंगे। इसमें सराय काले खां से अलवर कॉरिडोर आईएनए, मुनिरका और एयरोसिटी समेत कई मेट्रो स्टेशनों से जुड़ेगा। साथ ही पानीपत जाने वाला कॉरिडोर भी कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के साथ अन्य स्टेशन से जुड़ेगा। अधिकारियों का कहना है कि जरूरत के हिसाब से दिल्ली मेट्रो की कई लाइनों के साथ आरआरटीएस कॉरिडोर जुड़ेंगे। ताकि लोगों की आवाजाही बिना किसी रुकावट के हो सके। शाम 5 बजे से हर 15 मिनट पर मिलेगी नमो भारत ट्रेन नया सेक्शन शुरू होने के बाद शाम पांच बजे से 15 मिनट के अंतराल पर नमो भारत ट्रेन जनता के लिए उपलब्ध होगी। आनंद विहार से मेरठ तक 35 मिनट व न्यू अशोक नगर से मेरठ तक 40 मिनट में पहुंचा जा सकेगा। दिल्ली से मेरठ की दिशा में न्यू अशोक नगर स्टेशन से मेरठ साउथ तक का किराया स्टैंडर्ड कोच के लिए 150 रुपये व प्रीमियम कोच के लिए 225 रुपये है।
HMPV: बेंगलुरु के अस्पताल में 8 महीने की बच्ची पॉजिटिव
News Saga Desk बेंगलुरु। चीन में फैले कोरोना जैसे वायरस का भारत में पहला केस मिला है। वायरस का नाम ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बेंगलुरु में 8 महीने की बच्ची पॉजिटिव आई है। सैंपल की जांच बैपटिस्ट अस्पताल में की गई थी। हालांकि कर्नाटक के स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि उन्होंने अपनी लैब में नमूने की जांच नहीं कराई। रिपोर्ट एक निजी अस्पताल से आई है। वायरस से संक्रमित होने पर मरीजों में सर्दी और कोविड-19 जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों पर देखा जा रहा है। इनमें 2 साल से कम उम्र के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। चीन में HMPV के बढ़ते मामलों के बीच भारत सरकार ने 4 जनवरी को जॉइंट मॉनीटरिंग ग्रुप की बैठक की थी। बैठक के बाद सरकार ने कहा था कि फ्लू के मौसम को देखते हुए चीन की स्थिति असामान्य नहीं है। HMPV वायरस क्या है? HMPV एक RNA वायरस है, जो आमतौर पर सर्दी जैसे लक्षण पैदा करता है। इससे खांसी या गले में घरघराहट हो सकती है। नाक बह सकती है या गले में खराश हो सकती है। इसका जोखिम ठंड के मौसम में ज्यादा होता है। HMPV वायरस कैसे फैलता है? HMPV वायरस खांसने और छींकने से फैलता है। यह वायरस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से फैलता है। संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने, वायरस से संक्रमित किसी वस्तु को छूने से भी यह फैल सकता है। इसके लक्षण संक्रमित होने के बाद 3 से 5 दिनों में दिखने लगते हैं। इस वायरस के लक्षण क्या हैं? इसका सबसे कॉमन लक्षण खांसी और बुखार है। शुरुआत में इसके लक्षण सामान्य वायरल जैसे ही दिखते हैं, लेकिन वायरस का असर अगर ज्यादा है तो निमोनिया और ब्रोंकाइटिस होने का खतरा भी हो सकता है। क्या HMPV कोरोना वायरस की तरह है? HMPV वायरस (Paramyxoviridae Family) और कोरोना वायरस (Coronaviridae Family), दोनों अलग फैमिली का हिस्सा हैं। इसके बावजूद इनमें कई चीजें मेल खाती हैं। रेस्पिरेटरी इलनेस: दोनों वायरस मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करते हैं। ट्रांसमिशन: दोनों वायरस सांस और दूषित सतह के संपर्क से फैलते हैं। लक्षण: दोनों वायरस के लक्षण एक जैसे हैं। इनमें बुखार, खांसी, गले में खराश, घरघराहट और सांस लेने में तकलीफ होती है। वलनरेबल ग्रुप: दोनों वायरस से सबसे अधिक खतरा बच्चों, बुजुर्गों और कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों को होता है। प्रिवेंशन: दोनों वायरस में बचाव के लिए हाथ साफ रखना, मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग महत्वपूर्ण उपाय हैं।
भाजपा के जीतने पर दिल्ली में बंद नहीं हाेगी जनहित की कोई योजना: प्रधानमंत्री मोदी
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को दिल्ली के मतदाताओं से विधानसभा चुनाव में भाजपा को एक मौका देने की अपील की। उन्होंने दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाया कि भाजपा के जीतने पर दिल्ली में जनहित की कोई योजना बंद नहीं होगी।
अत्याधुनिक उपकरणों से हो रही ‘संगम’ की सुरक्षा और निगरानी
NEWS SAGA DESK महाकुम्भ नगर :- महाकुम्भ में आस्था की डुबकी लगाने आ रहे करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा योगी सरकार की प्राथमिकता में है। इसी क्रम में गंगा और यमुना नदियों की सुरक्षा और निगरानी के लिए बड़ी संख्या में जल पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। इन जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से भी लैस किया गया है। अंडर वाटर ड्रोन और सोनार सिस्टम जैसे इक्विपमेंट्स के माध्यम से जल पुलिस संगम के चप्पे चप्पे पर निगरानी कर रही है। लाइफबॉय और एफआरपी स्पीड मोटर बोट जैसे इक्विपमेंट्स आपातकालीन परिस्थितियों में सहायक होंगे। किसी भी तरह की आपदा से निपटने के लिए वेल ट्रेन्ड जल पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। पर्याप्त मात्रा में जल पुलिस के जवान तैनातजल पुलिस योजना के तहत अब तक करीब 2500 जवान तटों की सुरक्षा के लिए तैनात कर दिए गए हैं। तीन जल पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं जो श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे तत्परता से कार्यरत हैं। तटों पर सुरक्षा की मॉनीटरिंग जल पुलिस के कंट्रोल रूम से की जा रही है, जबकि पूरे मेला क्षेत्र में 17 जल पुलिस सब कंट्रोल रूम भी स्थापित किए गए हैं। इस मैनपावर में मेले की शुरुआत से पहले और इजाफा किया जाएगा और इसमें करीब 1300 जल पुलिस के जवान और जुड़ जाएंगे। इस तरह मेले के दौरान कुल मिलाकर 3800 जल पुलिस के जवान तटों की सुरक्षा में मुस्तैद रहेंगे। अत्याधुनिक उपकरणों से किया गया लैसतटों की सुरक्षा के लिए योगी सरकार ने जल पुलिस के जवानों को अत्याधुनिक उपकरणों से लैस किया है। 8 किमी. क्षेत्र में डीप वॉटर बैरीकेडिंग की गई है। 2 फ्लोटिंग रेस्क्यू स्टेशन बनाए गए हैं, जहां किसी भी अप्रिय घटना से बचाव के लिए जवानों की तैनाती की गई है। इसके अलावा संगम क्षेत्र की सुरक्षा के लिए 11 एफआरपी स्पीड मोटर बोट तैनात की गई हैं। 6 सीटर इस बोट में जवान हर समय संगम क्षेत्र की निगरानी करते नजर आ रहे हैं। आपातकालीन परिस्थितियों के लिए 4 वाटर एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई हैं, जो तत्काल राहत पहुंचाने में समक्षम हैं। इसके अतिरिक्त 25 रिजार्जेबल मोबाइल रिमोट एरिया लाइटनिंग सिस्टम को भी तैनात किया गया है तो चेंजिंग रूम के साथ 4 अनाकोंडा मोटर बोट भी तैनात की जा रही है। इमरजेंसी प्लान भी तैयारइसके अतिरिक्त जल पुलिस के जवान 2 किमी. लंबी रिवर लाइन से भी लैस हैं, जो यमुना में ट्रैफिक कंट्रोल में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसके अलावा उन्हें 100 डाइविंग किट, 440 लाइफबॉय, 3 हजार से ज्यादा लाइफ जैकेट, 415 रेस्क्यू ट्यूब, 200 थ्रो बैग विद रोप, 29 टॉवर लाइट सिस्टम, एक अंडर वाटर ड्रोन और एक सोनाल सिस्टम से लैस किया गया है। ये सभी अत्याधुनिक उपकरण जल पुलिस के जवानों को तटों की सुरक्षा के साथ-साथ जल में होने वाली हर तरह की गतिविधि की निगरानी और सुरक्षा में सक्षम बनाता है।
खनौरी व शंभू आंदोलन का संयुक्त किसान मोर्चा से नहीं काेई संबंध: राकेश टिकैत
NEWS SAGA DESK फतेहाबाद के टाेहाना में हुई एसकेएम की महापंचायत फतेहाबाद :- किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि खनौरी और शंभू बार्डर पर जो किसान आंदोलन चल रहे हैं, उसका संयुक्त किसान मोर्चा से कोई संबंध नहीं है, उसे किसान संगठनों की दूसरी कमेटी चला रही है। उन्होंने साफ किया कि संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से अभी कोई नया आंदोलन शुरू नहीं किया जा रहा। मोर्चा की अभी बैठकें हो रही हैं। अगर केन्द्र सरकार किसानों की बातें नहीं मानेगी तो संयुक्त किसान मोर्चा उसके बाद आंदोलन को लेकर रणनीति बनाएगा। राकेश टिकैत शनिवार को फतेहाबाद जिले के शहर टोहाना में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा आयोजित किसान महापंचायत में भाग लेने आए थे। इस पंचायत में किसानों की समस्याओं को लेकर विस्तार से चर्चा की गई। महापंचायत के दौरान पत्रकारों से बातचीत में किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों की टोहाना में हो रही महापंचायत का बॉर्डर पर चल रहे किसान आंदोलन से कोई संबंध नहीं हैं। बॉर्डर पर आंदोलन 10-11 महीने से चल रहा है, यहां तो एक दिन की पंचायत की जा रही है, जिसमें किसानों की मांग उठाई जा रही है। इस पंचायत और उस आंदोलन का आपस में कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि जो तीन काले कानून पहले वापस करवाए थे, वही अब नई नीति के ड्राफ्ट में शामिल हैं। चाहे खुली मंडी की बात हो, मार्केट फीस कम करने की बात हो, कांट्रेक्ट फार्मिंग की बात है, सभी वही मामले हैं। राकेश टिकैत ने कहा कि 7 जनवरी को उनकी पूरे देश में पंचायत होगी। टिकैत ने कहा कि अभी तक हमारी बैठकें चल रही हैं, अभी तक कोई धरना आंदोलन नहीं चल रहा। हम अपने संगठन के बैनर के तले काम कर रहे हैं। जहां कोई समस्या है, उसको उठाते रहते हैं।आमरण अनशन पर बैठे डल्लेवाल के समर्थन के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि वे वहां गए थे, उनसे मिलकर आए थे। वो उनको नहीं कह सकते कि वो अपना अनशन खत्म करें, उनकी कमेटी आगे का निर्णय लेगी। उन्होंने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून लागू हो, अभी जो नए ड्राफ्ट आए हैं, उसका भी किसान विरोध करते हैं। सरकार इन ड्राफ्ट को भी वापस ले। किसान महापंचायत में पहुंचे जोगेंद्र सिंह उगराहां ने कहा कि किसानों का आंदोलन लगातार चल रहा है, कानून दोबारा लाए जा रहे हैं, इस पर लड़ाई तेज होगी। पहले भी लगातार कार्यक्रम चलते आ रहे हैं और अब तेज किए जाएंगे। सरकार ने पहले भी दिल्ली नहीं जाने दिया था, अब शंभु व खनौरी बॉर्डर पर किसानों को रोकने की भी संयुक्त किसान मोर्चा निंदा करता है। उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा की मांग है कि लखीमपुरी किसानों के दोषियों को सजा दी जाए, एमएसपी गांरटी कानून लागू हो, किसानों को कर्जमुक्त किया जाए। आंदोलनकारी शहीद किसानों के परिवारों को नौकरियां दी जाए, किसानों पर दर्ज पर्चे रद्द हो और बिजली बिल रद्द किया जाए।