News Saga Desk
काठमांडू | प्रधानमंत्री (पीएम) सुशीला कार्की ने जेन जी विद्रोह के एक महीना पूरा होने पर वीडियो संदेश जारी करते हुए कहा है कि जेन जी की भावनाओं का पूरा सम्मान किया जाएगा। यह वीडियो संदेश बीती देर रात जारी किया गया।
पूर्व प्रधानमंत्री केपी ओली और गृहमंत्री रमेश लेखक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे युवाओं की गिरफ्तारी के बाद सरकार की आलोचना के बीच प्रधानमंत्री कार्की ने देश के जेन जी समूह को यह आश्वासन दिया है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार जेन जी की भावनाओं का सम्मान करती है और उनकी मांग को पूरा करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार जेन जी विद्रोह के दौरान मारे गए युवाओं को न्याय दिलाने के लिए हर आवश्यक कदम उठाएगी।
प्रधानमंत्री कार्की ने अपने संबोधन में स्वीकार किया है कि पिछली सरकारें जेन जी की आवाज़ और चिंताओं पर ध्यान देने में विफल रही हैं। कार्की ने कहा है कि यह सरकार जेन जी की मांगों को विनम्रतापूर्वक स्वीकार कर रही है।
प्रधानमंत्री कार्की ने नेपाल के युवाओं द्वारा मांगे गए परिवर्तनों के लिए अपनी सरकार की पूरी प्रतिबद्धता व्यक्त की। उन्होंने राष्ट्रीय एकता, संयम और रचनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता पर जोर दिया। कार्की ने कहा, “हम सभी को युवा पीढ़ी के नेतृत्व में क्रांति को स्वीकार करना चाहिए।” एक तरफ, हमारे युवा बहुत निराश हैं। दूसरी ओर, वे इस देश के प्रति प्यार रखते हैं। मैं उनकी भावनाओं का सम्मान करती हूं। पिछली सरकारें उनकी आवाज सुनने और उनकी मांगों को पूरा करने में विफल रहीं। इसके लिए हमें अपनी गलतियों और कमजोरियों को स्वीकार करना चाहिए।
उन्होंने यह भी घोषणा की कि सरकार नेपाल के भविष्य को आकार देने में जेन-जी की सार्थक भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए एक नया तंत्र स्थापित करेगी। हम नए नेपाल के निर्माण में जेन-जी को शामिल करने के लिए एक नई संरचना स्थापित कर रहे हैं”, कार्की ने कहा।
इस अवसर पर, प्रधानमंत्री कार्की ने सभी से संयम बरतने और हिंसा के चक्र को तोड़ने की अपील की है। उन्होंने कहा अब हमें इस दुखद अध्याय को बेहतर कल की नींव में बदलने के लिए आपसी सद्भावना और राष्ट्रीय एकता की आवश्यकता है।
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