News Saga Desk
हमारी स्किन हमारी सेहत का आईना होती है। हमारे शरीर के अंदर होने वाली किसी भी तरह की गड़बड़ी का संकेत हमारी त्वचा पर भी दिखाई देता है। हालांकि, कई बार हम इन्हें मामूली समस्या समझकर इग्नोर कर देते हैं। लेकिन कुछ मामलों में यह ब्लड कैंसर का भी संकेत हो सकता है।
जी हां, ब्लड कैंसर के कुछ संकेत हमारी स्किन पर भी दिखाई देते हैं। अगर इन लक्षणों की पहचान वक्त पर कर ली जाए, तो बीमारी का जल्दी पता लगाया जा सकता है। आइए जानते हैं स्किन पर दिखने वाले ब्लड कैंसर के लक्षण।
बिना वजह चोट के निशान
अगर त्वचा पर बिना किसी चोट के नीले, बैंगनी या काले रंग के निशान बनने लगें, तो यह चिंता का विषय हो सकता है। ब्लड कैंसर में प्लेटलेट्स की संख्या कम हो जाती है। प्लेटलेट्स ब्लड क्लॉटिंग में मदद करते हैं। इनकी कमी से छोटी-छोटी ब्लड वेसल्स आसानी से फट जाती हैं, जिससे त्वचा के नीचे खून रिसकर ऐसे निशान बना देता है।
त्वचा पर लाल, भूरे या बैंगनी रंग के धब्बे
ये छोटे, लाल-बैंगनी रंग के धब्बे अक्सर त्वचा के नीचे खून बहने के कारण बनते हैं। ये आमतौर पर टांगों पर दिखाई देते हैं और दबाने पर भी फीके नहीं पड़ते। यह भी प्लेटलेट्स की कमी का एक अहम लक्षण है।
त्वचा पर लगातार खुजली
अगर बिना किसी दाने या रैश के भी त्वचा पर, खासकर पैरों, हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर लगातार तेज खुजली हो रही है, तो इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। खासतौर पर हॉजकिन लिंफोमा जैसे ब्लड कैंसर में, कैंसर सेल्स साइटोकाइन्स नाम के केमिकल्स रिलीज करती हैं, जो त्वचा में जलन और खुजली पैदा कर सकते हैं।
त्वचा का रंग पीला पड़ना
त्वचा और आंखों का सफेद हिस्सा पीला पड़ना पीलिया का लक्षण है। ब्लड कैंसर के मामले में, यह तब होता है जब कैंसर सेल्स के कारण रेड ब्लड सेल्स डैमेज होते हैं या लीवर प्रभावित होता है। इससे बिलीरुबिन का लेवल बढ़ जाता है, जो त्वचा और आंखों का रंग पीला हो जाता है। यह एनीमिया का भी एक गंभीर संकेत है।
त्वचा पर रैशेज
ब्लड कैंसर में त्वचा पर रैशेज दिख सकते हैं। ये रैशेज लाल, गुलाबी या बैंगनी रंग के उभरे हुए या सपाट स्पॉट्स हो सकते हैं। कुछ मामलों में, कैंसर सेल्स सीधे त्वचा में इकट्ठा हो जाते हैं, जिससे घाव जैसे दिखने वाले घाव बन जाते हैं। ये रैशेज आम क्रीम या दवाओं से ठीक नहीं होते और समय के साथ बढ़ते जाते हैं।
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