भारत में गरीबों की घटती संख्या के मायने
किसी भी देश के लिए लोक कल्याणकारी राज्य होने का अर्थ है, उसके द्वारा इस तरह की योजनाओं का क्रियान्वयन किया जाए ताकि वहां निवासरत लोगों के बीच किसी भी तरह की असामनता और अव्यवस्था है, वह दूर हो सके। आर्थिक स्तर पर रोजगार के अवसर इतने सुलभ हों कि वहां से पलायन न होकर प्रत्येक नागरिक एक खुशहाल जीवन जी सके।
कबीर जयंती विशेष…जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय
मध्यकालीन युग के महान कवि संत कबीर दास की 11 जून को जयंती है। इस अवसर पर उनका प्रसिद्ध दोहा याद आता है-” बुरा जो देखन मैं चला, बुरा न मिलिया कोय, जो दिल खोजा आपना, मुझसे बुरा न कोय” इसका अर्थ है कि जब मैं दूसरों की बुराई देखने निकला, तो मुझे कोई भी बुरा नहीं मिला।
प्रधानमंत्री मोदी के सेवा, सुशासन और समर्पण के ग्यारह वर्ष
साल 2014 में जब नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ ली, तब देश एक निर्णायक नेतृत्व की तलाश में था। आर्थिक अनिश्चितता, नीतिगत पंगुता और भ्रष्टाचार के मामलों ने जनता को निराश कर दिया था। ऐसे समय में गुजरात के तत्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय मंच पर एक उम्मीद की किरण बनकर उभरे।
नरेंद्र मोदी : दुर्लभ संकल्प-शक्ति के अतुल्य नायक
सन् 2014 से पूर्व भारतीय जनमानस धीरे-धीरे यह मान बैठा था कि आतंकवाद हमारे भाग्य का अनिवार्य हिस्सा बन चुका है और इसके विरुद्ध कोई ठोस कदम संभव नहीं। विशेषकर 26/11 के मुंबई हमले ने इस विवशता की भावना को और गहरा कर दिया था।
आतंक के लालगढ़ में लहराने लगा तिरंगा
चार दशक से ज्यादा समय तक नक्सलवाद का शिकार रहे छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले को अब वामपंथी उग्रवादियों (एलडब्ल्यूई) जिले की सूची से बाहर कर दिया गया है। अपने आप में ये बड़ी खबर है। दरअसल नरेन्द्र मोदी सरकार का लक्ष्य है कि मार्च 2026 तक भारत पूरी तरह से नक्सल मुक्त हो जाए।
जानिए योगी की लोकप्रियता का रहस्य
देश के किसी भी कोने में चुनाव हो, वहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बाद जिस राजनेता की सबसे ज्यादा डिमांड होती है, वह हैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ I क्या है योगी के व्यक्तित्व में जो उन्हें जनता के बीच इतना लोकप्रिय बनता है? आइए 05 जून को उनके जन्मदिन के अवसर पर उनकी लोकप्रियता को डिकोड करने की कोशिश करते हैं I
श्रीराम मंदिर के स्वर्ण शिखर की आभा से आलोकित हुआ राष्ट्र
अयोध्या में श्रीराम मंदिर संपूर्ण विश्व में रचने-बसने वाले सनातनियों की शताब्दियों की प्रतीक्षा, संयम, धैर्य, अनुशासन और आस्था का प्रतीक है। यह राम नहीं, राष्ट्र मंदिर है। विरोधी भले ही सनातन और राम मंदिर का विरोध करते रहें लेकिन करोड़ों सनातनियों के हृदय में उनके आराध्य भगवान श्रीराम रचते-बसते हैं।
भारत में कोरोना की नई लहर और चुनौतियां
कोरोना (कोविड-19) की नई लहर भारतीय स्वास्थ्य तंत्र के लिए एक गंभीर परीक्षा है। हालांकि टीकाकरण, जांच, और जनसंचार के स्तर पर उल्लेखनीय प्रगति हुई है, फिर भी अवसंरचनात्मक कमिया, असमान पहुंच और सामाजिक-आर्थिक चुनौतियां अभी बनी हुई हैं।
भारतीय सैन्य रणनीति की जरूरत है थियेटर कमान
अन्ततः भारत ने सैन्य क्षेत्र में थियेटर कमान की स्थापना और थियेटर कमांडर की नियुक्ति करने का महत्वपूर्ण निर्णय ले लिया। ऑपरेशन सिंदूर के सफल क्रियान्वयन के बाद रक्षा बजट में वृद्धि के प्रस्ताव और पांचवीं पीढ़ी के आक्रामक गहराई से भेदने वाले अत्याधुनिक लड़ाकू विमान ‘एडवांस्ड मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट’ परियोजना को मंजूरी देने के साथ यह एक सामयिक सामरिक निर्णय है।
पक्षी विलुप्त नहीं हुए, गांव में जाकर देखिए
शहर की चमचमाती सड़कों, ऊंची इमारतों और बंद खिड़कियों के पीछे जब हम जीवन को व्यस्तताओं की कैद में जी रहे होते हैं, तब कहीं दूर गांवों की बालकनी में जीवन अब भी खुले आकाश के नीचे सांस ले रहा होता है। वहां सुबहें अब भी चिड़ियों की चहचहाहट से शुरू होती हैं, दोपहरें कोयल की तान से सजी होती हैं, और रातें उल्लुओं की टेर में गूंजती हैं।